राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के हालातों पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने आवास में आपात बैठक की.

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केजरीवाल ने इस बैठक में दिल्ली में हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम की अगले सात दिनों की पूरी योजना तैयार की. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की स्थिति काबू में है और सरकार का लॉकडाउन लगाने का फिलहाल कोई विचार नहीं है. इसके साथ ही केजरीवाल ने ये भी कहा कि हम स्थिति पर नजर बनाए हुए है और भविष्य में जरूरत पड़ती है तो जनता से बात कर ही कोई निर्णय लिया जाएगा. केजरीवाल ने ये भी कहा कि दिल्ली कोरोना की चौथी लहर का सामना कर रही है, लेकिन यह पिछली लहर से कम गंभीर है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर दिल्ली में कोरोना की यही रफ्तार रही तो केजरीवाल सरकार के पास क्या विकल्प बचेगा? क्या केजरीवाल सरकार अगले सात दिनों में दिल्लीवालों से लॉकडाउन या आशिंक लॉकडाउन को लेकर राय मांग सकती है? केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार स्थिति पर पूरी नजर रखी हुई है और जो भी उचित कदम उठाने की जरूरत है वह सभी कदम हम लोग उठा रहे हैं. डेटा के अनुसार नए केस बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन इस बार जो कोरोना चौथी लहर आई है यह पिछली लहर से कम गंभीर है. इसका मतलब यह है कि इस चौथी लहर में मौतें कम हो रही हैं और पिछली लहर के मुकाबले इस बार कम लोग अस्पताल में, आईसीयू में भर्ती हैं.  बहुत तेजी से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं. ये चिंता का विषय है. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. सरकार पूरी निगरानी कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि  जो भी कदम उठाने चाहिए, वह उठा रहे हैं. केस तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन इस बार के मामले पिछले केसों के मुकाबले कम सीरियस है. मौतें कम हो रही हैं और आईसीयू में मरीज कम भर्ती हो रहे हैं. आज करीब 50 प्रतिशत मरीज अस्पतालों में जा रहे हैं. होम आइसोलेशन में लोगों का इलाज अच्छे से हो रहा है. सरकार किसी तरह का लॉकडाउन  करने का विचार नहीं कर रहे. भविष्य में लॉकडाउन की जरूरत होगी, तो आपसे बातचीत करेगी.आज मीटिंग में देखा कि अस्पतालों में कितने इंतजाम की जरूरत है. एंबुलेंस, अस्पताल, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन और आईसीयू पर चर्चा की है. पूरा प्लान तैयार किया है. कब कब बेड बढ़ाए जाएंगे, कब प्राइवेट अस्पताल और सरकारी अस्पतालों में बेड बढ़ाएंगे. मोटे तौर पर 3 काम है. कोरोना को फैलने से किस तरह से रोका जाए. टेस्ट, ट्रेसिंग और आइसोलेशन को तेजी से किया जा रहा है. कंटेनमेंट जोन को बनाकर बीमारी को रोकने का प्रयास होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का रोल कम है, जनता का रोल अधिक है |मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम दिल्ली वाले पहले भी कामयाब हुए हैं. आगे भी होंगे. फिर से मास्क पहनना शुरू करें. सोशल डिस्टेंस रखें और लगातार हाथ धोएं. हॉस्पिटल पर काम हो रहा है. वैक्सीनेशन पर सरकार ध्यान दे रही है, जितना ज्यादा डोज लगेगी, उनता फायदा होगा. केंद्र सरकार ने 1 अप्रैल से 45 साल के ऊपर के उम्र के लोगों को वैक्सीन की परमिशन दे दी है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन है कि जहां भी वैक्सीन देंगे. सीएम ने कहा कि  हम कम्यूनिटी सेंटर, स्कूलों में मास लेवल पर वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू कर सकते हैं. इसके बारे में उचित व्यवस्था करेंगे. जहां भी वैक्सीन देंगे, तो एंबुलेंस, फर्स्ट एड का इंतजाम करें. अब तो 4 महीने हो गए, ज्यादा परेशानी नहीं आ रही. केंद्र सरकार इस पर गौर करेगी, राज्य सरकारों को अपने स्तर पर वैक्सीनेशन करने की इजाजत केंद्र सरकार देगी, ऐसी उम्मीद करते हैं |

 

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