नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब आलम के चचेरे भाई ने कॉलेज से लौट रही 21 साल की लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी। परिवार का आरोप है कि लड़का उनकी बेटी पर धर्म बदलकर शादी करने का दबाव डाल रहा था। दो साल पहले उसने लड़की को किडनैप करने की कोशिश की थी और पुलिस को भी यह बात पता थी।
बीकॉम थर्ड ईयर की स्टूडेंट निकिता तोमर सोमवार को बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज में पेपर देने गई थी। सोमवार शाम 4 बजे घर लौटने के लिए वह भाई का इंतजार कर रही थी। तभी कार से तौसीफ नाम का लड़का अपने दोस्त रेहान के साथ आ गया। तौसीफ ने निकिता को गाड़ी में खींचने की कोशिश की। जब निकिता ने इनकार कर दिया तो तौसीफ ने उसे गोली मार दी। पुलिस ने तौसीफ और रेहान को गिरफ्तार कर लिया है। तौसीफ फिजियोथैरेपी का कोर्स कर रहा है।
तौसीफ के दादा कबीर अहमद पूर्व विधायक हैं। चचेरे भाई आफताब आलम इस समय मेवात जिले की नूंह सीट से कांग्रेस विधायक हैं। आफताब के पिता खुर्शीद अहमद हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। तौसीफ के सगे चाचा जावेद अहमद सोहना विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।
दो साल पहले से परेशान कर रहा था तौसीफ, पुलिस भी जानती थी लड़की के पिता मूलचंद तोमर ने बताया कि तौसीफ 12वीं तक निकिता के साथ ही पढ़ता था। उसने कई बार दोस्ती के लिए निकिता पर दबाव बनाया। वह उस पर धर्म बदलने का दबाव भी बना रहा था। 2018 में तौसीफ ने निकिता को अगवा किया था। हालांकि, तब बदनामी के डर से हमने समझौता कर लिया था।
तौसीफ ने फोन पर कहा था- मुसलमान बन जा, शादी कर लेंगे
निकिता के रिश्तेदार हाकिम सिंह भी इस बात की पुष्टि करते हैं। वे कहते हैं, ‘निकिता पर तौसीफ मुस्लिम बनने के लिए बार-बार दबाव डाल रहा था। पहले भी उसने वारदात की थी, लेकिन तब हमने पंच फैसले से मामला निपटा लिया था। अब लड़के ने फिर निकिता को फोन किया कि मुसलमान बन जा, हम शादी कर लेंगे। निकिता ने इनकार कर दिया तो उसने अपहरण की कोशिश की। अपहरण में नाकाम रहा तो तौसीफ ने उसे गोली मार दी।’पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने बताया कि घटना सामने आने के बाद क्राइम ब्रांच ने फरीदाबाद से पलवल और मेवात तक पांच घंटे ऑपरेशन चलाकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तौसीफ वारदात के बाद मेवात चला गया था। उस पर 2018 में भी इसी लड़की को अपने साथ ले जाने पर शहर थाना बल्लभगढ़ में मामला दर्ज किया गया था। कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में सवाल किए जाने पर मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि अपराध होने से पहले यह नहीं कहा जा सकता कि आगे क्या होने वाला है। अपराध होने के बाद कितना जल्दी पुलिस जांच कर उसे पकड़ ले, यही पुलिस का काम होता है। अपराधी को पूरी सजा मिलेगी। बख्शा नहीं जाएगा। उधर, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने ट्वीट भी किया कि एसीपी के नेतृत्व में SIT बना दी गई है ताकि जल्द जांच हो सके और परिवार को इंसाफ मिल सके। बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा ने कहा कि आरोपी चाहे कोई भी हो, किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। निकिता हमारी बेटी थी और बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए मैं और पूरा प्रशासन परिवार के साथ खड़ा है।पुलिस ने तौसीफ और निकिता की कॉल डिटेल्स खंगाली है जिसके मुताबिक तौसीफ ने हत्या से एक दिन पहले भी निकिता को फोन किया था. आरोपी तौसीफ ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उसने कहा कि ‘मैंने उसे मार डाला क्योंकि वह किसी और से शादी करने वाली थी.मेवात क्षेत्र में में जबरन धर्म परिवर्तन को लेकर मचे बवाल के बीच परिवार वालों ने भरे मन से अपनी बेटी को आखिरी विदाई दी. निकिता की हत्या के बाद परिजनों और हिंदू संगठनों की भारी नाराजगी और प्रदर्शन के दौरान हुई समझाइश के बाद परिवार वाले अपनी लाड़ली के संस्कार के लिए तैयार हुए थे. गुस्साए परिजनों और प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली-मथुरा नैशनल हाइवे को जाम कर दिया था. वहीं मृतक लड़की के भाई नवीन तोमर ने बताया कि प्रशासन ने उनके परिवार की सभी मांगे मान ली है. जांच में पता चला है कि निकिता की हत्या से पहले निकिता की और तौसीफ की बातचीत हुई थी. सूत्रों के मुताबिक तौसीफ लगातार निकिता पर घर से भाग कर शादी करने का दबाव बना रहा था और निकिता इस बात से इनकार कर रही थी. पुलिस का मानना है कि बहुत हद तक मुमकिन है कि हत्या से एक दिन पहले भी तौसीफ ने निकिता को कॉल करके फिर से शादी करने और घर से भाग जाने की बातें कह रहा हो जिसे निकिता मना कर रही थी.