भारत सरकार की तरफ से “राष्ट्र संत “के पद पर सुशोभित होने के बाद और “पी एच डी. करने के बाद (डॉक्टर) “के पद पर आरूढ़ होने के पश्चात प्रथम बार भवानीगढ़ पहुंचने पर भक्तों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
समन्वय मिशन के प्रेरक, राष्ट्र संत, डाक्टर, जैनाचार्य श्री दिव्यानंद सूरीश्वर जी महाराज साहब (निराले बाबा) जी जैसे ही भवानीगढ़ निराले बाबा सम्नमय मंदिर के प्रधान रमेश सिंगला जी के घर पहुंचे तो भगतों का सैलाब उमड़ पड़ा तथा भक्तों ने फूल माला आदि डाल कर स्वागत किया।रमेश सिंगला के निवास सें निराले बाबा की बैंड बाजा व फूल वर्षा के साथ समनमय मंदिर तक शोभा यात्रा निकाली गई। मंदिर पहुंचने पर निराला चिल्ड्रन ग्रुप द्वारा आरती उतारी गई और बाबा द्वारा रिबन को खोलकर प्रेम का आशीर्वाद दिया।निराले बाबा ने अपने प्रवचन में फरमाया कि आपसी प्रेम से से बढ़कर कोई चीज नहीं है तथा प्रेम के बल पर हम कुछ भी हासिल करने में समर्थ है।उन्होंने कहा कि भवानीगढ़ के लोगो की धरम के प्रति आस्था कावले तारीफ है तथा अगर धर्म की रक्षा होगी तभी मनुष्य तरक्की कर सकता है।इस मौके पर सतीश कांसल,सुभाष जिंदल ने अपने सुंदर भाव प्रसुसत किए तथा सोनी सिंगला ने “रब मेरा सतगुरु बनके आया” भजन के द्वारा निराले बाबा का स्वागत किया।निराले बाबा 16 जुलाई महा संक्रांति तक भवानीगढ़ में मौजूद रहेंगे।इस मौके पर हरि राम शाही,तरसेम जिंदल, सत पाल सिंगला,प्रदीप सिंगला, जतिंदर सिंगला, ट्विंकल गोयल,वरिंदर मित्तल, लाजी शाही, सालग्राम,सोम नाथ,निशु सिंगला,आरती दुग्गल, निकिता,अनीता,सोनिका,रेणु सिंगला, किरण नयका,दलीप,तरसेम कंसल,इंदिरा देवी आदि मौजूद थे।