Eid al-Adha 2021: कोविड-19 के समय में घर पर रहकर ऐसे मनाएं ईद को यादगार

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लॉकडाउन में आम लोगों की आदमनी घटी है जबकि महंगाई, खास कर पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों के कारण दूर दराज़ के इलाकों से बकरों को दिल्ली लाने की लगात में इजाफा हुआ है, और बकरा पिछले साल की तुलना में करीब 50 फीसदी तक मंहगा हो गया है. महामारी की संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए दिल्ली में प्रशासन सख्ती बरत रहा है.

ऐसे में पुरानी दिल्ली, सीलमपुर और ओखला समेत अन्य इलाकों में बकरा मंडियों का स्वरूप पिछले सालों जैसा नहीं है. इस बार जानवर कम भी आए हैं, और महंगे हैं. बकरीद बुधवार को मनाया जाएगा. उस दिन मुस्लिम बकरे, दुंबे और अन्य जानवरों की कुर्बानी करते हैं.

सीलमपुर में सड़क किनारे लगी मंडी में आए बरेली के आशु ने कहा, “बाजारों को लेकर प्रशासन सख्त है, इसलिए हमने बकरे सस्ते में बेच दिए हैं. हमें घाटा हुआ है. लॉकडाउन में पहले ही हमारी मांस की दुकान कई महीनों तक बंद रही जिस वजह से हमें आर्थिक तौर पर खासी परेशानी हुई, सोचा था कि बकरे बेचने से कुछ कमाई हो जाएगी, लेकिन इसमें भी घाटा हो गया.”

आशु हर साल ईद-उल-अज़हा के मौके पर व्यापार के लिए 30-40 बकरे लेकर दिल्ली के जाफराबाद व सीलमपुर आया करते थे. इस बार वह सिर्फ आठ बकरे ही लेकर आए हैं.

दिलशाद गार्डन के रहने वाले जावेद ने 8700 रुपये का बकरा खरीदा है.  उनका कहना है कि पिछले साल की तुलना में बकरा इस बार काफी मंहगा है. फर्नीचर का काम करने वाले जावेद बताते हैं, “लॉकडाउन की वजह से पिछले साल और इस साल कई महीनों तक मेरी दुकान बंद रही, जिसका असर कुर्बानी के मेरे बजट पर पड़ा है.मंडियों में आए कई ग्राहकों का कहना है कि बकरा पिछले साल की तुलना में करीब 50 फीसदी तक मंहगा है। उनका कहना है कि वे मान रहे थे कि लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियां कम हुई हैं तो जानवरों के दाम कम होंगे.

आपके लिए कुछ टिप्स

आखिर त्योहार के उत्साह के साथ सावधानी भी बेहद जरूरी है. आपको बता रहे है कुछ ऐसे तरीके जिनकी मदद से आप घर में ही ईद को इंजॉय कर सकेंगे और कोरोना आपके त्योहार में कोई खलल भी नहीं डाल सकेगा.

गले भले ही न मिलें, पर दिल मिलने चाहिए

आमतौर पर लोग ईद की बधाई देने के लिए एक दूसरे के घर जाते है, इस बार कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए घर से बाहर कम निकलें. अगर किसी से मिलने जाएं भी तो ये पहले सुनिश्चित कर लें कि उनके घर पर भीड़ तो नहीं है. इसके साथ ही इस बात का भी खास ख्याल रखें कि ईद के दिन अगर घर में कोई मेहमान आता है, तो मास्क पहनकर और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करें. गले भले ही न मिलें, लेकिन दिलों का मिलना ज्यादा जरूरी

घर में बनाएं सेल्फी पॉइंट 

आजकल हर त्यौहार के दिन सेल्फी लेना एक अच्छी मेमोरी को सुरक्षित करने जैसा है. फिर ईद के दिन तो क्या बच्चे, क्या बड़े सभी नए कपड़े पहनते है और सेल्फी खिंचवा कर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करते है. तो इस बार कोविड 19 संक्रमण से बचते हुए घर में ही सेल्फी लेकर उसे अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट करें

ऑनलाइन गिफ्ट 

ईद का त्योहार हो, और ईदी न मिले तो लगता ही नहीं है की ईद है. लेकिन इस बार कोविड के चलते लोग एक दूसरे नहीं मिलेंगे तो ईदी नहीं मिलेगी. ऐसे में ऑनलाइन गिफ्ट भी आप परिचितों को भेज सकते है.

घरवालों के साथ देखें स्पेशल मूवी 

ईद के दिन वैसे तो हर बार नई फिल्में रिलीज होती है और उन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग भी थियेटर का रुख करते है. लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते ऐसा कुछ नहीं हो रहा है, तो घर में सबकी पसंदीदा फिल्में देखे और इंजॉय करें.

स्पेशल डिश बनाएं

वैसे तो ईद के दिन तरह तरह का खाना घरों में बनाया जाता है, लेकिन इस बार ईद के चलते आप जब घर से बाहर नहीं जा रहे है और दिन भर घर में ही रहना है, तो ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक के लिए अलग मैन्यू बनाएं तो ईद का एंजॉयमेंट कुछ ज्यादा ही बढ़ जाएगा. शर्त ये है कि खाना पूरा परिवार मिलकर बनाए.

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