ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) कला संस्कृति प्रकोष्ठ के सौजन्य से टॉक शो ‘फैशन एंड लाइफ स्टाइल’ का आयोजन किया गया जिसमें फैशन एंड मॉडलिंग इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने लोगों को जिंदगी में आगे बढ़ने के साथ ही ग्लैमर की दुनिया में आगे बढ़ने के टिप्स दिये। इस कार्यक्रम में जीकेसी कला-संस्कृति प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय सचिव और मॉडल- अभिनेत्री शिल्पी बहादुर ने मॉडेरटर की भूमिका निभायी जबकि जीकेसी कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रेम कुमार ने कार्यक्रम का सह संचालन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर मिसेज एशिया यूनविर्स 2020 ऋचा कुमारी मौजूद थी। कार्यक्रम में ऋचा कुमारी और शिल्पी बहादुर के साथ ही अभिनेता तन्मय सिन्हा, मिस इंडिया पैशोनेट पैसेफिक आकांक्षा श्रीवास्तव,शबनम वर्मा, ऋचा श्रीवास्तव, मिसेज बिहार फर्स्टँ रनर अप ज्योति दास और मॉडल तनुश्री सिन्हा ने लाइफ एंड स्टाइल के बारे में अपनी बात रखी।कार्यक्रम के सफल संचालन में डिजिटल-तकनीकी प्रकोष्ठ के ग्लोबल अध्यक्ष आनंद सिन्हा, डिजिटल-तकनीकी प्रकोष्ठ के ग्लोबल महासचिव सौरभ श्रीवास्तव, नवीन श्रीवास्तव और उत्कर्ष आनंद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। इस अवसर पर जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि हमे यदि जीवन में आगे बढ़ना है तो अपनी नकारात्मक सोच को बदल लेना चाहिए। जब हमारी सोच सकारात्मक होगी तभी हमे कामयाबी मिलनी शुरू होगी। हमे अपने जीवन में कभी बीत हुयी बातों के बारे में नही सोचना चाहिए,और न ही आने वाले कल के बारे में सोच कर परेशान होना चाहिए, जो आज है बस उसी पल में खुश रहना चाहिए। हमारे जीवन में सुख और दुख का चक्र चलता रहता है तो डरने की कोई जरूरत नहीं है। हमें खुश रहना है तो आने वाले दुखों से डरने की जरूरत नहीं है। सकारात्मक सोच से हमे जीवन में आगे बढ़ना है, क्योंकि दुख तो एक दिन जाने वाला ही है। शबनम वर्मा ने फैशन को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि अच्छे कपड़े पहन लेने से तो कोई भी इंसन स्टाइलिस्ट दिख सकता है लेकिन जिसकी शख्सियत में स्टाइल है वही रोल मॉडल बन सकता है। उन्होंने महिला सशक्तीकरण पर अपनी बात रखते हुये कहा कि कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि महिलाओं का कोई घर नहीं होता लेकिन मेरा मानना है कि महिला के बिना घर, घर नहीं होता। तनु श्री सिन्हा ने कहा, हर समय प्रेजेंटेबल रहने के लिए ओरिजनल रहे, कॉन्फिडेंट रहे, खुद का खयाल रखें, व्यायाम करें, स्वस्थ रहें, समय और मौके के हिसाब से कपड़े पहने। उन्होंने कहा कि अपना समय और ऊर्जा खुद को बेहतर बनाने में खर्च करे न की दूसरो को कमतर समझने में। नकारात्मकता से दूर रहें और साथ ही अपने मानसिक स्वास्थ का ख्याल रखें।