हरियाणा के मुक्केबाजों ने चौथी जूनियर बालिका राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 10 स्वर्ण पदक जीते

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हरियाणा के मुक्केबाजों ने सोनीपत के दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) में आय़ोजित चौथी जूनियर गर्ल्स नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में दस स्वर्ण पदकों के साथ ओवरआल चैम्पियन के तौर पर अपने अभियान का समापन किया। तीन रजत सहित कुल 13 पदकों के साथ, हरियाणा भी चैंपियनशिप में शीर्ष टीम के रूप में उभरा और घरेलू मुक्केबाजी सर्किट में अपना दबदबा बढ़ाया। इससे पहले पिछले हफ्ते, हरियाणा ने चौथी युवा महिला मुक्केबाजी राष्ट्रीय चैंपियनशिप में नंबर-1 स्थान हासिल किया था।
मुस्कान (46 किग्रा) ने गत चैंपियन के लिए जीत का माहौल तैयार किया। मुस्कान ने झारखंड की अन्नू को दिन के पहले फाइनल में 4-0 से आसानी से हराकर अपनी टीम को पहले स्वर्ण दिलाया।
माही राघव भी उम्मीदों पर खरी उतरीं और उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी अर्शदीप कौर को सर्वसम्मत निर्णय के आधार पर काफी आराम से हरा दिया। विशु राठी (48 किग्रा), तनु (52 किग्रा), आरज़ू (54 किग्रा), आंचल सैनी (57 किग्रा), रुद्रिका (70 किग्रा), प्रांजल यादव (75 किग्रा), संजना (80 किग्रा) और कीर्ति (+80 किग्रा) अपनी-अपनी श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीतने वाली अन्य हरियाणा की लड़कियां थीं।
हालांकि, हरियाणा की तीन अन्य लड़कियों- नेहा (50 किग्रा), कनिष्क मान (60 किग्रा), स्नेहा (66 किग्रा) को अपने-अपने फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
इस बीच, महाराष्ट्र की देविका घोरपड़े ने 50 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में हरियाणा की नेहा को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। एक स्वर्ण, दो रजत और पांच कांस्य सहित कुल आठ पदकों के साथ महाराष्ट्र ने अपना अभियान दूसरे स्थान पर रहते हुए समाप्त किया। दिल्ली ने एक स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य सहित चार पदक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।
योगिनी पाटिल (52 किग्रा) और कंचन सुरांसे (+80 किग्रा) ने महाराष्ट्र के लिए रजत पदक जीते, जबकि सिदरा शेख (46 किग्रा), सृष्टि रसकर (57 किग्रा), स्वप्ना चव्हाण (60 किग्रा), अदिति शर्मा (66 किग्रा) और रुतुजा थोम्बरे (80 किग्रा) ने कांस्य पदक जीता।
जूनियर गर्ल्स नेशनल चैंपियनशिप के चौथे संस्करण में देश भर से 200 से अधिक मुक्केबाजों ने भाग लिया।

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