एक विवाह। एक पुनर्विवाह। एक लंबित तलाक फिल्म ‘जुग जुग जियो’

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Movie Review :- जुग जुग जियो
कलाकार :- वरुण धवन , कियारा आडवाणी , नीतू कपूर , अनिल कपूर , प्राजक्ता कोली और मनीष पॉल आदि
लेखक :- अनुराग सिंह , ऋषभ शर्मा , सुमित भटेजा और नीरज उधवानी
निर्देशक  :- राज मेहता
निर्माता :- धर्मा प्रोडक्शंस और वॉयकॉम 18 स्टूडियोज 24 जून 2022
रेटिंग :- 3/5

फ़िल्म को ऋषभ शर्मा द्वारा लिखा गया है तथा राज मेहता द्वारा इस फिल्म का निर्देशक किया गया है इस फ़िल्म के मुख्य कलाकार आशिक निहोन , मनीष पॉल और प्राजक्ता कोली के साथ वरुण धवन , कियारा आडवाणी , अनिल कपूर और नीतू कपूर इत्यादि हैं जिन्होंने फ़िल्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फिल्म की शुरुआत कुकु (वरुण धवन) और नैना (कियारा आडवाणी) की लव स्टोरी से होती है. दोनों बचपन से एक-दूसरे को पसंद करते हैं और बड़े होने पर शादी भी हो हो जाती है. इसके बाद फिल्म पांच साल आगे बढ़ती है. कुकु और नैना पटियाला से कनाडा पहुंच चुके हैं, जहां उनके बीच प्यार नहीं सिर्फ झगड़ा होता रहता है. नैना-कुकु के रिश्ते इतने खराब हो चुके हैं कि बात तलाक तक पहुंच चुकी है. दोनों तलाक लेने ही वाले थे कि कुकु की छोटी बहन गिन्नी की शादी तय हो जाती है. बहन की शादी के लिये कुकु और नैना इंडिया आते हैं. कुकु अपने तलाक की बात घरवालों से करता. इससे पहले उसके पापा भीम (अनिल कपूर) बताते हैं कि वो उसकी मां गीता (नीतू कपूर) से तलाक लेने वाले हैं. बाप-बेटे के बीच हुई ये बातचीत फिल्म में ट्विस्ट लाती है और रातों-रात रिश्तों को लेकर कुकु की भावनाएं बदल जाती .क्या कुकु अपने मम्मी-पापा और खुद का रिश्ता बचा पायेगा. या फिर कुकु नैना के साथ-साथ भीम-गीता भी अलग हो जाते हैं. बस यही जानने के लिये आपको पूरी फिल्म देखनी पड़ेगी.

कलाकारों में फिल्म ‘जुग जुग जियो’ अनिल कपूर और नीतू कपूर के अनुभव से खाद पाती है। जब भी फिल्म जरा सी भी कमजोर होती दिखती है, अनिल कपूर अपने अतरंगी किरदार से इसमें रंग भरते हैं। अपने अफेयर की पोल खुलने पर उनका बीमार पड़ने का ढोंग कहानी को संभालता है तो नीतू कपूर जब मीरा बनी टिस्का चोपड़ा के सामने अपने पति को ‘दान’ में देने वाले दृश्य में उनकी आदतों और परेशानियों की बात करती हैं तो फिल्म खिलने लगती है। फिल्म को इसके सहायक कलाकारों खासतौर से मनीष पॉल और प्राजक्ता कोली से भी काफी मदद मिलती है। गिन्नी का अपने माता पिता और भैया भाभी को आदर्श दंपती के खांचे में फिट न बैठ पाने के लिए लताड़ना फिल्म का हाईलाइट प्वाइंट है। और, मनीष पॉल ने अरसे से हिंदी सिनेमा में चली आ रही एक युवा हास्य कलाकार की कमी को पूरा करने की पूरी कोशिश की है। उनके वन लाइनर फिल्म की उम्दा कॉमिक रिलीफ हैं।

 

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