दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था एक फिर दिल्लीवालों के सामने उजागर हो गई है। केजरीवाल सरकार की असंवेदनशीलता के कारण एक बार राजधानी कोविड-19 संक्रमण की गिरफ्त में फंसने जा रही है क्योंकि कल 6.91 प्रतिशत की दर से 24 घंटे में 1066 कोविड संक्रमण के मामले सामने आए हैं तथा दो मरीजों की मौत हो गई।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार और नाकामियों को उजागर करने और लोगों के हितों की मांग दिल्ली कांग्रेस लगातार कर रही है, दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा उनका अनुसरण करने का हम स्वागत करते है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी में केजरीवाल सरकार ने कोविड पीड़ित परिवारों को मदद के रुप में मुआवजा देने की घोषणा की थी, उनमें से सिर्फ चिन्हित लोगों को मुआवजा देकर प्रचार किया गया जबकि अधिकतर कोविड पीड़ित परिवारों के मामले अभी तक लंबित पड़े है। इन लंबित मामलों को उपराज्यपाल महोदय ने 15 दिन में अधिकारियों से निपटाने का आदेश दिया है, जिसकी मांग दिल्ली कांग्रेस ने भी की थी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल कोविड योद्धओं को मुआवजा देने पूरी तरह अक्षम साबित रही।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को दूसरों राज्यों में राजनीति अवसरों को छोड़ दिल्ली में बढ़ते संक्रमण को नियंत्रित करने पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि पिछले दिनों से दिल्ली में कोविड संक्रमण दर 5 प्रतिशत से उपर दर्ज हो रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल कोविड टीकाकरण की घोषणा कर रहे है परंतु कोविड टेस्टों पर ध्यान नही दे रहे है, जबकि विश्वस्तरीय बताये जाने वाले मौहल्ला क्लीनिकों की हालत बदतर है जिनमें डाक्टर, नर्स और अन्य स्टॉफ केवल सरकारी भरपाई के मौजूद है, कोविड संक्रमण का ईलाज करने में मौहल्ला क्लीनिक पूरी तरह निष्क्रिय साबित हुए है।