एमेज़ॉन वेब सर्विसेज़ द्वारा मशीन लर्निंग में विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने वाले अभियान, डीपरेसर स्टूडेंट लीग 2022 के विजेताओं की घोषणा हुई

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एडब्लूएस और इंटेल ने डीपरेसर स्टूडेंट लीग – 2022 के विजेताओं की घोषणा कर दी। यह प्रतियोगिता विद्यार्थियों को मशीन लर्निंग की मूलभूत समझ प्रदान करने के लिए डिज़ाईन की गई थी। इस प्रतियोगिता का आयोजन शिक्षा मंत्रालय और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के सहयोग से किया गया और इसमें प्रतियोगियों ने एक इंटीग्रेटेड लर्निंग सिस्टम, एडब्लूएस डीप रेसर की मदद से मशीन लर्निंग का इस्तेमाल कर एक वर्चुअल मिनएचर ट्रैक पर एक मॉडल रेस कार को प्रोग्राम किया। रि-इन्फोर्समेंट लर्निंग का इस्तेमाल कर कारें ट्रायल एंड एरर द्वारा ट्रैक पर चलना सीखती हैं और जब ट्रैक के एक हिस्से से सफलतापूर्वक गुजर जाती हैं, तो उन्हें ‘पुरस्कृत’किया जाता है।

विद्यार्थियों को भविष्य के कार्यबल के लिए तैयार किया

एडब्लूएस डीपरेसर स्टूडेंट लीग 2022 प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों को भविष्य के कार्यबल का हिस्सा बनने के लिए तैयार करना है और यह स्कूल व कॉलेज के पाठ्यक्रम में मशीन लर्निंग शुरू करने पर भारत सरकार द्वारा दिए जा रहे बल की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस प्रतियोगिता के प्रिलिमिनरी राउंड में हिस्सा लेने के लिए भारत में 2000 से ज्यादा विद्यार्थियों ने प्रविष्टियां दीं। प्रिलिमिनरी राउंड से सर्वोच्च 100 रेसर सेमी-फिनाले में पहुँचे और इस राउंड से शीर्ष 10 प्रतियोगियों ने 1 सितंबर को आयोजित हुए ग्रांड फिनाले में हिस्सा लिया।

विजेता

गायत्री विद्या परिषद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, आंध्र प्रदेश से प्रुध्वीराजू चेकुरी 10.263 सेकंड के लैप टाईम के साथ एडब्लूएस डीपरेसर स्टूडेंट लीग 2022 के विजेता बने। प्रुध्वीराजू को अक्टूबर, 2022 में होने वाले एडब्लूएस ग्लोबल डीपरेसर स्टूडेंट चैंपियनशिप कप में सीधा प्रवेश और 1,00,000 रु. मूल्य का एमेज़ॉन.कॉम वाउचर मिलेगा।

आंध्र प्रदेश में गायत्री विद्या परिषद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के विद्यार्थी, प्रुध्वीराजू चेकुरी ने कहा, ‘‘एडब्लूएस डीपरेसर स्टूडेंट लीग में रेसिंग शुरू करने से पहले मुझे रिइन्फोर्समेंट लर्निंग के बारे में ज्यादा नहीं मालूम था। लेकिन मुझे सेल्फ-ड्राईविंग कारों का कॉन्सेप्ट पसंद था। मैंने काफी जिज्ञासा के साथ लीग में हिस्सा लेना शुरू किया। एडब्लूएस डीपरेसर रिइन्फोर्समेंट लर्निंग में प्रवेश करने के लिए एक अच्छी शुरुआत है क्योंकि यह बहुत सहज है। इस क्षेत्र में अभी भी बहुत कुछ सीखना और खोजना बाकी है।’’

यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम और एनर्जी स्टडीज़, राजस्थान से युगल अग्रवाल दूसरे स्थान पर रहे, और उन्हें 75,000 रु. मूल्य के एमेज़ॉन.कॉम वाउचर मिलेंगे।

यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम और एनर्जी स्टडीज़, राजस्थान के विद्यार्थी, युगल अग्रवाल ने कहा, ‘‘मैं एडब्लूएस टीम को धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने हमें अपने एआई कौशल को व्यवहारिक रूप में परखने का यह बेहतरीन अवसर दिया। अपने कौशल को रेसिंग कार में प्रयोग करके देखने का अनुभव बहुत अच्छा था। मुझे पहले कोई विचार नहीं था, जिसके बाद आगे बढ़ते हुए मैं शीर्ष तीन में पहुँच गया। यह अनुभव मेरे लिए बहुत शानदार रहा।”

जेएनटीयूए कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, अनंतपुर, आंध्र प्रदेश से भानु प्रकाश रेड्डी तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें 50,000 रु. मूल्य के एमेज़ॉन वाउचर मिलेंगे।

रोजगार के लिए मूल्यांकन

शीर्ष 100 सेमीफाईनलिस्ट्स का मूल्यांकन एडब्लूएस पार्टनर्स – क्लाउडदैट, सियर्स, कॉग्निजैंट, और पेंटागन सिस्टम एवं सर्विसेज़ द्वारा रोजगार के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, सेवाओं या प्रतिनिधित्व से वंचित समुदायों से शीर्ष 2500 विद्यार्थियों को एडब्लूएस एआई एमएल स्कॉलरशिप के लिए चुना जाएगा, जो एडब्लूएस, इंटेल और उडेसिटी द्वारा दी जाएगी। 2000 विद्यार्थियों को शैक्षणिक सामग्री, करियर मेंटरशिप और उडेसिटी नैनोडिग्री स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।

प्रोफेसर अजय के. सूद, प्रिंसिपल साईंटिफिक एडवाईज़र, भारत सरकार ने कहा, ‘‘विज्ञान एवं टेक्नॉलॉजी, जैसे क्वांटम कंप्यूटिंग, मशीन लर्निंग और एआई के विकसित होते डोमेन परिवर्तनकारी अवसर लेकर आए हैं, इसलिए युवा प्रतिभाओं को इन क्षेत्रों में उन्नत कौशल प्रदान किया जाना जरूरी है। एडब्लूएस डीपरेसर स्टूडेंट लीग इंडिया 2022 विद्यार्थियों को मनोरंजक तरीके से मशीन लर्निंग सिखाती है। इस तरह के प्रयास विद्यार्थियों को कल्याण की ओर ले जाते हैं और भारत को वैश्विक प्रतिभा का केंद्र बनाने के हमारे प्रयासों में योगदान देते हैं।’’

मांग में रहने वाले कौशल

मशीन लर्निंग हमारे समय की सबसे ज्यादा परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकियों में से एक है। मशीन लर्निंग में निपुण कार्यबल का निर्माण इस परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए बहुत जरूरी है। एडब्ल्ूएस द्वारा कमीशन की गई और स्ट्रेट्जिक कंसल्टिंग फर्म अल्फाबीटा द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट ‘‘बिल्डिंग डिजिटल स्किल्स फॉर द चेंजिंग वर्कफोर्स’’ के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस और मशीन लर्निंग के कौशल 2025 तक भारत में उद्योग द्वारा सबसे ज्यादा मांग में रहने वाले शीर्ष पाँच डिजिटल कौशल में हैं। डिजिटल लर्निंग की इन बढ़ती हुई जरूरतों को पूरा करने के लिए उद्योग, सरकार एवं शिक्षा जगत द्वारा विस्तृत एवं सहयोगपूर्ण प्रयास किए जाने की जरूरत है।

एडब्लूएस इंडिया एवं साउथ एशिया के लिए लीड – एजुकेशन, स्पेस, एवं नॉनप्रॉफिट्स, एमेज़ॉन इंटरनेट सर्विसेज़ प्राईवेट लिमिटेड, सुनील पीपी ने कहा, ‘‘हम भारत में डिजिटल कौशल की कमी को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विभिन्न राज्यों में विद्यार्थियों और शिक्षाविदों द्वारा एडब्लूएस डीपरेसर लीग जैसी उद्योग-सरकार-शिक्षा जगत की सहयोगपूर्ण पहल को मिली बेहतरीन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहवर्धक है। खासकर विद्यार्थियों ने क्लाउड एवं मशीन लर्निंग जैसी मुख्य प्रौद्योगिकियों का व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करने में गहरी रुचि प्रदर्शित की। हम विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप एवं रोजगारदाताओं द्वारा मूल्यांकन का अवसर दिए जाने के लिए अपने पार्टनर्स का सहयोग मिलने से भी उत्साहित हैं।’’

आकांक्षा बालानी, रीज़नल अलायंस हेड, एडब्लूएस, एपैक एवं जापान, इंटेल ने कहा, ‘‘हमें भारत में एडब्लूएस डीपरेसर स्टूडेंट लीग में हिस्सा लेकर बहुत खुशी मिली, और हम इन इनोवेशंस के लिए बहुत उत्साहित हैं। ये अप्लाईड नॉलेज आधारित अनुभव हमारे लिए काफी उपयोगी होंगे। यह प्रोग्राम संयुक्त प्रौद्योगिकी द्वारा परिवर्तन लाने में पार्टनरशिप्स की शक्ति का प्रदर्शन करता है, और एडब्लूएस हर चीज़ को संभव बनाने की ओर अपना योगदान देता रहेगा।’’

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