एशिया की सबसे बड़ी एपीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी, एम2पी फिनटेक ने अपने ‘कोर लेंडिंग सूट’ (सीएलएस) की घोषणा की है, जो अपनी रेजटेक, लेंडटेक, और बैंकटेक क्षमताओं का इस्तेमाल करता है। एम2पी का सीएलएस डिजिटल फर्स्ट लेंडिंग मॉडल पर काम करता है, जो विभिन्न क्षमताओं का अपनी तरह का अलग इंटीग्रेटेड सूट है और लेंडर्स को लेंडिग उत्पाद तेजी से कस्टमाईज़ करने, विकसित करने, बाजार में टेस्ट करने, पुनरावृत्ति करने और प्रस्तुत करने में समर्थ बनाना है।
सीएलएस अभिनव उत्पादों के विकास, नए लेंडिंग मॉडलों की टेस्टिंग, कंज़ंप्शन की विभिन्न परतों के उपयोग, लेंडिंग संस्थानों के लिए गो-टू मार्केट रणनीतियों के लिए डिज़ाईन किया गया है, जिसके कारण यह लेंडिंग उद्योग में अपनी तरह का पहला उत्पाद है। इस प्लेटफॉर्म में लेंडिंग के विभिन्न पहलू, जैसे ऑनबोर्डिंग (डिजिटल आईडेंटिटी एवं केवाईसी), लोन मैनेजमेंट (लोन ओरिजिनेशन, लोन मैनेजमेंट), डेब्ट मैनेजमेंट (कलेक्शंस), गो टू मार्केट स्ट्रेट्जीज़ (पार्टनरशिप्स एवं ओपन क्रेडिट इनेबलमेंट नेटवर्क), डेटा सेवाएं (अकाउंट एग्रीगेशन), ऑपरेशंस (फिनऑप्स, रिकॉन), और कंज़ंप्शन प्लेटफॉर्म्स (बाय नाउ पे लेटर, कार्ड्स, यूपीआई, एवं फ्लीट) शामिल हैं, जो सीएलएस की एंड-टू-एंड प्रस्तुतियों का हिस्सा होंगे।मधुसूदन आर, कोफाउंडर, एम2पी फिनटेन ने कहा,‘‘ओरिगा, विज़ि, बीएसजी आईटी सॉफ्ट, फिनफ्लक्स, सिंटीज़न, और फिन्वु में हमारे अधिग्रहण और निवेश हमारी मौजूदा क्षमताओं के साथ लेंडिंग वैल्यू चेन के लिए एक समग्र संग्रह में विकसित हुए हैं।
एम2पी फिनटेक के प्रेसिडेंट, अभिषेक अरुण ने कहा,‘‘एम2पी के मुख्य लेंडिंग सूट के साथ कोई भी लेंडिंग संस्थान विकास कर सकता है क्योंकि यह ऑनबोर्डिंग से कलेक्शंस और ‘गो टू मार्केट’ रणनीतियों तक एक सिंगल समाधान प्रदान करता है। उद्यमों के पास संपूर्ण संग्रह के साथ जाने या प्लेटफॉर्म के साथ विभिन्न माईक्रोसर्विसेज़ चुनने का विकल्प होगा। इसके द्वारा लेंडर्स नए उत्पाद एवं बिज़नेस लॉन्च करके अपने क्षितिजों का विस्तार कर सकेंगे और ग्राहकों की जरूरतों के मुताबिक उन्हें कस्टमाईज़ कर सकेंगे। इसका मतलब है कि लेंडर्स व्यवसाय की निरंतरता को प्रभावित किए बिना
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