ट्रेड फेयर में पहुंचा दर्शकों का रेला हर हॉल था पैक

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शनिवार को आम आदमी के लिए ट्रेड फेयर देखने वालों का रेला प्रगति मैदान में पहुंच गया। दोपहर बाद तो स्थिति यह थी कि पवेलियन के बाहर चलना तक मुश्किल हो गया था।

उड़ीसा, झारखंड, बिहार, यूपी पवेलियन और सरस पवेलियन में जबरदस्त भीड़ देखने को मिला। उड़ीसा पवेलियन में आकषर्ण का केन्द्र यहां जवनरी में होने वाले अंतरराष्ट्रीय हॉकी का शुभंकर मिली का कटआउट लगाया गया है, जिसके माध्यम से मोटे अनाज को प्रमोट किया जा रहा है। उड़ीसा सरकार के स्थानीय उपायुक्त रवि कांत ने बताया कि यहां पर स्थानीय उत्पादों को प्रमोट किया जा रहा है। पीएम साहब के लोकल फॉर ग्लोबल का सही मायने में प्रमोट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ज्वार, बाजरा, रागी (मढुआ) आदि की मांग बढती जा रही है और यह सेहत के लिए खासकर शुगर के मरीजों के लिए अमृत के समान है और यहां पर मढुआ से तैयार बिस्कुट लोगों की पसंद बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर आज झारखंड पवेलियन में झारक्राफ्ट के उत्पादों जिसमें सिल्क और बांस आदि से बने उत्पाद लोगों को आकषिर्त कर रहे हैं। सरस आजीविका तो पूरी तरह से महिला शिल्पकारों की दुनिया पेश कर रहा है। यहां हाथ से तैयार खाने-पीने से लेकर पहनने और पिछाने वाले उत्पादों को खरीदते हुए लोग देखे गए।
विहार पवेलियन में आज बिहार के राजस्व एवं गन्ना मंत्री आलोक कुमार मेहता पहुंचे और पवेलियन का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि इस फेयर से छोटे उद्यमियों को काफी लाभ होता है। उन्हें अपने उत्पाद न केवल दिखाने का मौका मिलता है बल्कि एक बड़ा मंच मिलता है। शाम को एम्फीथियेटर में केरल दिवस समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मैजिक ऑफ फ्लूट नामक संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे जाने माने बांसुरी बादक राजेश चेरथला को सुनने के लिए बड़ी संख्या में युवा पहुंचे हुए थे। वहीं दूसरी ओर कारोना के बाद इम्यूनिटी बुस्टर की मांग बढी और इसे देखते हुए गुब्ब ने तुलसी, अदरख, हनी, समेत कई तरह के मसालों से तैयार ग्रीन टी लेकर आया है, जिसे खरीदने के लिए भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। गुब्ब के जीएम कपिल मेहंदीरत्ता ने बताया कि ग्रीन टी इम्यूनिटी बढाती है, लेकिन कुछ चीजों को ध्यान रखने की भी जरूरत है। जिसमें रात को खाने के बाद इसे नहीं पीना चाहिए और दिनभर में तीन कप ही इसे पीना चाहिए। उन्होंने बताया कि कोरोना के बाद से इम्यूनिटी बुस्ट करने वाले उत्पादों की मांग तेजी से बढी है।

फूड कोर्ट में राज्यों के व्यंजनों का रहा बोलबाला,ट्रेड फेयर आने वाले अधिकतर राज्यों के व्यंजनों को खाना पसंद करते हैं। इसका नजारा आज यहां देखने को मिला। बिहार का मनपसंद लिट्टी चोखा खाने के लिए यहां मिस्टर लिट्टीवाला के यहां लाइन लगी हुई थी। इसके मालिक देवेन्द्र सिंह बताते है कि पिछले 12 वष्रों के दौरान उन्होंने बिहार के बाहर दिल्ली में रहने वाले लोगों को लिट्टी चोखा का स्वाद चखाया है और अब तो इसे गैर विहारी भी चाव से खा रहे हैं। अब एक तरह से बिहार का लिट्टी चोखा पिजा बर्गर की तरह ब्रांड बन गया है। यह हम बिहारियों के लिए गर्व की बात है। वहीं दूसरी ओर पंजाब का मक्के की रोटी और सरसो की साग खाने के लिए जबरदस्त भीड़ देखने को मिला। इसके अलावा अन्य राज्यों जिसमें हैरदाबादी बिरयानी के शौकिनों की कमी नही थी। कुछ लोगों की शिकायत थी कि यहां खाने पीने की चीजें बहुत महंगी है और आयोजकों को इसके बारे में सोचना चाहिए।

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