इंद्री रोड स्थित जैन अराधना मंदिर के बाहर विरोध प्रदर्शन करने व काले झंडे लहराने पर ब्राह्मण सभा ने कड़ा एतराज जताया है. सभा ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि भविष्य में यदि उनके किसी भी धार्मिक स्थल पर जाकर धार्मिक स्थलों का अपमान किया गया तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और जिम्मेदार ये अराजकता फैलाने वाले लोग होंगे. ब्राह्मण सभा के प्रधान सुरेन्द्र शर्मा बड़ौता ने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में आपसी भाईचारा खराब करने की मंशा रखने वाले इन लोगों ने मंदिर के बाहर प्रदर्शन कर यह साबित कर दिया है कि ये दंगे कराना चाहते हैं और हमारे धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे हैं.
बड़ौता ने सिक्ख समुदाय के मौजिज व जिम्मेदार लोगों से भी आह्वान किया कि वे ऐसे अराजकता फैलाने वालों को रोकें व दंडित करें. हिन्दू- सिक्ख भाईचारा दुनिया में मिशाल है, इसे तोड़ने की साजिश रचने वाले खालिस्तानी विचारधारा के लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आगे आएं. उन्होंने कहा कि सिक्ख देशभक्ति की मिशाल हैं, पर इन दिनों चुनिंदा लोग इनकी छवि खराब करने के साथ साथ आपसी भाईचारे को खराब करना चाहते हैं.बड़ौता ने कहा कि किसान यूनियन के लोगों को सत्ताधारी नेताओं का विरोध करना था तो मंदिर से दूर रहकर करते, मंदिर के गेट पर हुड़दंग करना व काले झंडे लहराने वालों को मर्यादा में रहना होगा अन्यथा वे स्वयं उन्हें मंदिरों के बाहर से खदेड़ने के लिए मजबूर होंगे. शर्मा ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा एलान कर चुका है कि धार्मिक आयोजनों में व्यावधान न डाला जाए, फिर भी ये लोग हमारे धार्मिक स्थलों को टारगेट कर रहे हैं.बड़ौता ने सर्व समाज से आह्वान किया कि खालिस्तान समर्थकों से डरने की जरूरत नहीं है, इन्हें आड़े हाथों लें व देश से बाहर भगाएं. देश को तोड़ने की मंशा रखने वालों को एकजुट होकर आइना दिखाएं.सुरेन्द्र शर्मा बड़ौता ने पुलिस प्रशासन से मंदिर के बाहर काले झंडे लहराने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. कहा है कि यदि इन्हें ऐसे कृत्य करने से नहीं रोका गया तो समाज स्वयं रोकने का मादा रखता है और इस दौरान किसी घटना दुर्घटना की जिम्मेदारी प्रशासन व इन शरारती तत्वों की होगी.गौरतलब है कि मंदिर में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया था और सत्ता धारी नेताओं को इसमें शिरकत करनी थी.|