दिल्ली में एचआईवी पीड़ित बच्चों के लिए एक विशेष मनोरंजन से भरपूर दिवस का आयोजन करके विश्व एड्स दिवस मनाया। ASSOCHAM फाउंडेशन फॉर कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (एएफसीएसआर) और PVR Nest के साथ मिलकर तैयार किए गए दिन की शुरुआत एक विशेष फिल्म स्क्रीनिंग के साथ हुई, जिसके बाद बच्चों के लिए कई मजेदार कार्यक्रम आयोजित किए गए। एक ऐसा समुदाय, जहां हर बच्चा महत्वपूर्ण और सपोर्टेड महसूस करता है, बनाने के मकसद से, Durex TBBT ने अनाथ और कमजोर बच्चों (ओवीसी) की देखभाल और सहायता के लिए एक अनूठी हेल्पलाइन भी शुरु की, जो उन्हें स्वच्छता संबंधी सुविधाएं प्रदान करती है।
विश्व एड्स दिवस 2023 की थीम – ‘समुदायों को लीड करने दें’ के अनुरूप, Durex TBBT का फोकस इस विशेष पहल के साथ कठपुतली शो, फिल्म स्क्रीनिंग, संगीत कार्यक्रम और दिल्ली में पीवीआर प्लाजा में एक शानदार अनुभव जोन सहित इंटरैक्टिव सत्रों की एक सीरीज के माध्यम से एचआईवी से पीड़ित बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाने और सामुदायिक समर्थन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। TBBT का मकसद ‘कोई पीछे न छूटने पाएं’ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ किशोरों के बीच स्वयं की देखभाल और स्वच्छता की अच्छी आदत डालना और विकसित करना है। सभी उपस्थित लोगों को TBBT सहायता किट भी वितरित की गई। किट में एक तौलिया, नेल कटर, डेटॉल साबुन, डेटॉल सैनिटाइजर, एंटीरेट्रोवाइरल दवाओं को रखने के लिए एक केस, पानी की बोतल, डेटॉल एंटीसेप्टिक और एन95 मास्क दिया गया।
शुरु की गई विशेष हेल्पलाइन हमारे ऐसे युवा-अनुकूल टूल और तकनीकें हैं जो हमारे दृष्टिकोण को अनूठा और बच्चों के अनुरूप बनाती हैं।” PVR NEST की हेड फाउंडर, दीपा मेनन ने कहा, “PVR NEST अपने सुरक्षित केंद्रों के माध्यम से बच्चों के भावनात्मक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। महामारी के दौरान हमारे सिनेमाघरों और सुरक्षित केंद्रों, दोनों की सुरक्षा, संरक्षण और स्वास्थ्य सुनिश्चित करने में रेकिट की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है। भारत में सिनेमाघरों की 100 साल लंबी यात्रा और सिनेमाघरों को महत्वपूर्ण सामाजिक इंटरैक्टिव स्थानों के रूप में मान्यता देने में रेकिट का सहयोग महत्वपूर्ण रहा है।
एक नई और अग्रणी पहल है, जो भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में किशोरों के बीच जीवन कौशल विकसित करने पर केंद्रित किया है। अपने व्यवस्थित हस्तक्षेप के माध्यम से, प्रोग्राम किशोरों, शिक्षकों और उनके समुदाय के सदस्यों के बीच यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में संवाद को बढ़ावा दे रहा है।