इंडिया हैबिटेट सेंटर में किया। मीटिंग के दौरान दिल्ली से आए हुए सभी मेंबर्स ने एमएसएमई और SME इंडस्ट्री में आ रही समस्याओं लालफीताशाही, एमसीडी के विभिन्न प्रकार के लाइसेंस, फायर एनओसी मिलने में अर्चना,प्रदूषण को लेकर काफी सख्त नॉर्म्स, दिल्ली में मजदूरी दरें एनसीआर के मुकाबले ज्यादा होना, जीएसटी और एमसीडी के अधिकारियों द्वारा व्यापारियों को नोटिस भेजना, आदि विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हुई और अधिकारियों एवं प्रशासन से चेंबर जल्दी मिलेगा। पिछले वित्त वर्ष के खाते और बैलेंस शीट को पास किया गया।
एपेक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री एनसीटी दिल्ली के अध्यक्ष श्री कपिल चोपड़ा जी ने बताया,हम महिलाओं और युवाओं की चेंबर में भागीदारी को और बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। व्यापारी अर्थव्यवस्था और टैक्स कलेक्शन की रीड की हड्डी होता है।
एमएसएमई और SME इंडस्ट्री भारत सरकार के मेक इन इंडिया स्वरोजगार अभियान को आगे बढ़ा रही है। हमारे उद्योग बहुत बड़ी मात्रा में रोजगार के साधन उपलब्ध कराते हैं।